हार्ट अटैक आने से 1 महीने पहले ही शरीर देने लगता हैं ये संकेत।। कारण।।एवं उपाय।।
हार्ट अटैक आने से 1महीने पहले ही शरीर देने लगता है ये संकेत।
हार्ट अटैक से१ महीने पहले शरीर में कुछ संकेतों का पता लगाना महत्वपूर्ण है, जिससे व्यक्ति समय रहते उपचार लेने की सक्षम हो सकता है। ये संकेत आमतौर पर एक महीने पहले ही दिखाई देने लगते हैं, जो निम्नलिखित हैं:
१.सीना में दर्द: हार्ट अटैक के लक्षणों में सबसे सामान्य है सीने में दर्द। यह दर्द हाथ, कंधे, जबड़े या जांघों में भी हो सकता है और कभी-कभी आराम करने पर भी कम नहीं होता।
२.सांस की तकलीफ: हार्ट अटैक के पहले व्यक्ति को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है, जिससे वह थका-थका महसूस कर सकता है।
३.उल्टी या मतली: यह एक और सामान्य संकेत है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है।
४.थकान: व्यक्ति को बिना किसी शारीरिक कारण के बहुत ज्यादा थकान महसूस हो सकती है।
५.बुढ़ापे में अच्छी बैच्ची: यह एक और संकेत है जिसे ध्यान में रखना चाहिए। हार्ट अटैक के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि बुढ़ापे में अच्छी बैच्ची वाले व्यक्तियों को भी सतर्क रहना चाहिए।
६.बेहोशी: कुछ लोग हार्ट अटैक के पहले बेहोशी का सामना कर सकते हैं, जिसे तत्परता से लेना चाहिए।
७.छाती में जलन: हार्ट अटैक के आसपास किसी भी समय छाती में जलन हो सकती है, जो व्यक्ति को अस्तव्यस्त कर सकती है।
८.बार-बार चक्कर आना: व्यक्ति को बार-बार चक्कर आने का अहसास हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए।
इन संकेतों को नजरअंदाज करना बहुत खतरनाक हो सकता है, और व्यक्ति को तत्परता से चिकित्सक से मिलना चाहिए। हार्ट अटैक के इस आगे की पहचान और उपचार से बचाव संभावना हो सकती है।
हार्ट अटैक से बचा कैसे जा सकता है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए व्यक्ति कई सावधानियाँ अपना सकता है। पहली बात, स्वस्थ आहार है। अधिकतम प्रमुख खाद्य सामग्रियों को शामिल करना चाहिए, जैसे कि फल, सब्जियाँ, अनाज, और समृद्धि से भरपूर खाद्यान्न। उच्च लहसुन, प्याज, और हल्दी युक्त भोजन करना भी हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।
साथ ही, नियमित व्यायाम भी एक महत्वपूर्ण भाग है। रोजाना कम से कम 30 मिनट का व्यायाम करना हार्ट को मजबूती प्रदान करता है और रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद कर सकता है। पैदल चलना, दौड़ना, योग या अन्य किसी भी शैली का व्यायाम अपनाना चाहिए।
धूम्रपान और शराब की सीमा को नियंत्रित करना भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। इन आदतों को छोड़ने से न ही केवल हार्ट के स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, बल्कि यह सामाजिक और आत्मिक स्वास्थ्य को भी बढ़ावा दे सकता है।
रोजाना समय सीमा में नींद पूरी करना भी महत्वपूर्ण है। नियमित नींद लेना हार्ट के लिए लाभकारी हो सकता है और स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है।
आपके रोजमर्रा के जीवन में स्ट्रेस को कम करना भी हार्ट अटैक के खतरे को कम कर सकता है। योग और मेडिटेशन की प्रैक्टिस करना, मनोरंजन गतिविधियों का आनंद लेना, और सही तरीके से अपने समस्त दिन को प्रबंधित करना इसमें मदद कर सकता है।
अगर आपमें उच्च रक्तचाप या डायबिटीज की समस्या है, तो इसे नियमित रूप से निगरानी रखना और उपचार के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लेना अत्यंत महत्वपूर्ण है।
अगर आप अत्यधिक वयस्क हैं, तो आपको नियमित रूप से हृदय स्वास्थ्य जाँच करवानी चाहिए ताकि किसी भी समस्या को सही समय पर पहचाना जा सके और उचित उपचार किया जा सके।
समस्त, ये सावधानियाँ मिलकर हार्ट अटैक से बचाव की दिशा में कदम से कदम मिलाकर बढ़ा सकती हैं। यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का सही ध्यान रखें ताकि है।
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