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नवंबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

हड्डियों को मजबूत कैसे रखे//How we do Our bones strong.

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हड्डियों को मजबूत कैसे रखे? हड्डियाँ मजबूत रखने के लिए कई तरीके हैं। यह निर्भर करता है कि आप कौन-कौन से प्रैक्टिस अपना रहे हैं। मैं आपको कुछ महत्वपूर्ण सुझाव देने के लिए तैयार हूँ।   सही आहार:- कैल्शियम, प्रोटीन, और विटामिन डी की अच्छी मात्रा में लेना हड्डियों को मजबूत बनाए रखता है। दूध और दैहिक उत्पादों, सब्जियां, और मुर्गे की सफेद छाल जैसे आहार स्रोतों को शामिल करें। नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम हड्डियों को मजबूत करने में मदद कर सकता है। वजन उठाना, योग, और व्यायाम हड्डियों को स्ट्रेंथन देने में मदद कर सकते हैं। धूप और विटामिन डी: सुरज की किरणों से विटामिन डी मिलता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है। नियमित रूप से धूप में बैठना भी फायदेमंद हो सकता है। नियमित चेकअप: नियमित चेकअप से हड्डियों की स्वास्थ्य का परीक्षण करवाएं। किसी भी संकेत की समय पर पहचान और उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करें। सही पोस्चर: सही पोस्चर बनाए रखने के लिए ध्यान दें, खासकर बैठकर काम करते समय। सही तरीके से बैठकर उठने और चलने के तरीके का ध्यान रखें। आत्म-देखभाल: धूप में समय बिताएं और सुनिश्चित

रक्त कैंसर के लक्षण//Blood cancer ke lakshan or उपचार

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  ब्लड कैंसर के लक्षण  ब्लड कैंसर, जिसे लुकेमिया भी कहा जाता है, एक गंभीर रक्त कृत्रिम सर्कोमा है जिसमें अनियमित रक्त कोशिकाओं की अत्यधिक उत्पत्ति होती है। यह रोग शरीर के बड़े भागों, जैसे कि कंट्रोल करने में मदद करने वाले तंतु, कण्ट्रोल करने में मदद करने वाले तंतु, कण्ट्रोल करने में मदद करने वाले तंतु, तंतुओं और अन्य रक्त के अंगों में प्रबंधन करता है। बुढ़ापे में अनियमित गिरावट: ब्लड कैंसर का प्रमुख लक्षण है बुढ़ापे की अधिकता और अनियमित गिरावट। रक्त कोशिकाएं बढ़ जाती हैं, जिसके कारण उनमें स्वाभाविक रूप से मृत्यु होने की स्थिति होती है। तंतु दर्द और सूजन: ब्लड कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को तंतु दर्द और हड्डीयों में सूजन का सामना कर सकता है। यह विशेष रूप से हड्डीयों के पास अथवा जोड़ों में महसूस होता है। अस्वस्थ त्वचा और मुखमैथुन समस्याएँ: ब्लड कैंसर से पीड़ित व्यक्ति को त्वचा में छाले, अस्वस्थ रंग, या मुखमैथुन समस्याएँ हो सकती हैं। इन लक्षणों को अनदेखा करना सेहत के मामले में खतरनाक साबित हो सकता है। थकान और कमजोरी: ब्लड कैंसर के रोगी में बुढ़ापे की बढ़ती अधिकता के कारण थकान और कमजोरी का अहस

Calcium top 10 rich foods

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 Calcium Rich Foods Some calcium-rich foods include dairy products (milk, cheese, yogurt), leafy green vegetables (kale, broccoli), fortified foods (tofu, cereals), nuts (almonds), and fish (salmon, sardines. 1.Rich foods include dairy products Milk:-Milk is a nutrient-rich liquid produced by the mammary glands of mammals, primarily for nourishing their offspring. In human nutrition, cow's milk is widely consumed. It is a good source of several essential nutrients, including calcium, protein, vitamin D, and B vitamins. The calcium in milk is crucial for bone health and plays a role in various bodily functions. Cheese:-Some calcium-rich foods include dairy products (milk, cheese, yogurt), leafy green vegetables (kale, broccoli), fortified foods (tofu, cereals), nuts (almonds), and fish (salmon, sardines). Cheese is a dairy product made from milk, typically through the coagulation of milk proteins and the addition of bacteria and enzymes. The process involves separating the curds (so

वजन कैसे बढ़ाएं? Vajan kaise badhaye?

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 वजन कैसे बढ़ाएं ? *विशेष ध्यान रखे:-वजन बढ़ाने के लिए आपको अपने आहार को बदलना होंगा।सुबह उठने के बाद ब्रेकफास्ट हेवी करे इलायची,घी,केसर को दूध में मिलाकर पीजिए और फिर एक उबला हुआ अंडा लीजिए और उसको खाए और १२:०० pm ke १ घंटा पहले कुछ प्रोटीन खाए जैसे दाल कोई भी चलेंगी क्युकी दाल में प्रोटीन और अंडा खाए।और लंच में चावल, अंडा, चपाती ,और रोटी पे घी लगा के खाए और चिकन को घी ये तेल में फ्राय करके खाए और फिर लंच के बाद करीबन चार बजे नाश्ता करिए जैसे उबला अंडा, फिश,या बकरे के पैर का सूप और रात को नॉन वेज या दाल,अंडा ,घी खाकर सोजाये जिससे आपका वजन बढ़ने में सहायता होंगी और इन और इंपोर्टेंट पॉइंट्स को भी याद रखे. वजन बढ़ाने के लिए कई तरीके हैं। सही आहार, व्यायाम, और अन्य कुछ महत्वपूर्ण कदमों के माध्यम से आप अपना वजन बढ़ा सकते हैं।   1. सही आहार:  आपके आहार में अधिक कैलोरी और प्रोटीन शामिल करें। अनाज, दालें, मेवे, और उच्च कैलोरी वाले आहार खाएं।  2. तंतु:  सुपरवाइजर के साथ सही तंतु योजना तैयार करें।  3. व्यायाम:  मांसपेशियों को बढ़ाने के लिए व्यायाम करें, जैसे कि वजन उठाना। स्वास्थ्य केंद्र में ए

bams doctor salary?

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What is the salary of bams doctor?    I'll provide you with a comprehensive overview of the salary of BAMS (Bachelor of Ayurvedic Medicine and Surgery) doctors, covering various aspects such as factors influencing salaries, salary ranges, and additional considerations.  Introduction: BAMS doctors play a crucial role in the field of Ayurvedic medicine, blending traditional practices with modern healthcare. Understanding the salary dynamics of BAMS doctors involves considering multiple factors that contribute to the variations in their earnings.  1. Factors Influencing BAMS Doctor Salaries:  a. Experience: Like in any profession, experience significantly impacts a BAMS doctor's salary. Entry-level positions may offer lower salaries, while experienced practitioners or specialists tend to command higher earnings.  b. Location: The geographical location of practice plays a pivotal role. Urban areas and regions with a higher cost of living often offer higher salaries compared to rura

Balance diet chart.

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  Balance diet chart You all have to remember this important points to maintain balance diet. A balanced diet is essential for maintaining good health and well-being. It provides the necessary nutrients, vitamins, and minerals that our body needs to function properly. Creating a balanced diet chart involves considering various food groups and incorporating them into your daily meals. Here are some important points to keep in mind when creating a balanced diet chart: 1.Include a Variety of Foods: A balanced diet should include a variety of foods from different food groups. This ensures that you get a broad spectrum of nutrients. 2.Macronutrients Distribution: Distribute macronutrients - carbohydrates, proteins, and fats - appropriately. Carbohydrates provide energy, proteins are essential for tissue repair, and fats are important for various bodily functions. 3.Whole Grains: Choose whole grains over refined grains. Whole grains provide fiber, vitamins, and minerals, while refined grains

Sharir ko taakatvar kaise banaye. शरीर को ताकतवर कैसे बनाए।

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 ताकतवर शरीर कैसे बनाए - Takatvar Sharir Kaise Banaye in Hindi:- शरीर को ताकतवर बनाए रखना एक स्वस्थ और सकारात्मक जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। ताकतवर शरीर से तात्पर्य ऐसे शारीरिक स्थिति से है जिसमें सार्वभौमिक कार्यों को सहजता से किया जा सकता है, साथ ही समस्त दिनचर्या को बिना थकान और कमजोरी के साथ पूरा किया जा सकता है। यहां कुछ कदमों का वर्णन किया जा रहा है जो एक ताकतवर शरीर बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। शरीर को ताकतवर कैसे बनाएं - Sarir Ko Takatwar Kaise Banaye in Hindi:- शक्तिशाली शरीर तैयारी:- शरीर को ताकतवर बनाने के लिए एक सुस्त और नियमित जीवनशैली अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही खानपान, नियमित व्यायाम, और स्वस्थ आदतें शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करती हैं। 1. सही आहार: प्रोटीन, फल, सब्जियां, और अगर-अगर को समाहित मात्रा में शामिल करें। फास्ट फूड और तेजी से भोजन करने से बचें, और पौष्टिक आहार को प्राथमिकता दें। 2. नियमित व्यायाम: कम से कम पाँच दिन प्रति सप्ताह 30-45 मिनट का व्यायाम करें। व्यायाम में वजन उठाने, कार्डियो, और स्ट्रेचिंग शामिल करें। 3. पर्याप्त नींद: रात्रि मे

What is meaning of Healthy and Health?// व्हाट इज द मीनिंग ऑफ़ हेल्थी एंड हेल्थ?

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  What is the Meaning of Healthy and Health? "Healthy" refers to a state of well-being and soundness, encompassing physical, mental, and social aspects. It implies the absence of illness or disease and the presence of optimal functioning. Health, on the other hand, is a broader concept that encompasses the overall condition of an individual or a community, influenced by lifestyle, genetics, environment, and healthcare access. Physical health is a fundamental component of being healthy. It involves the proper functioning of bodily systems, maintenance of a balanced diet, regular exercise, and sufficient rest. Mental health is equally crucial, encompassing emotional well-being, cognitive function, and the ability to cope with stress. Social health emphasizes the importance of interpersonal relationships, community engagement, and a supportive social environment. A well-rounded health perspective recognizes the interconnectedness of these dimensions, understanding that one aspec

इन टिप्स को फॉलो करो कभी बाल नहीं होंगे सफेद।जानिए फायदेमंद टिप्स

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  इन टिप्स को फॉलो करो कभी नही सफेद दिखेंगे बाल। *टिप्स:-काले बालों की वजह:- बाल काले होने की मुख्य वजह हो सकती हैं आपके शरीर में मेलेनिन नामक रंगकोष्ट की उत्पत्ति और स्तर पर निर्भर करती हैं। जीवनकाल में, मेलेनिन की उत्पत्ति कम हो सकती है और इसके परिणामस्वरूप बाल सफेद हो सकते हैं। यह उम्र, आनुवांछिक गुण, और आणविक कारकों पर भी निर्भर कर सकता है। बाल काले होने की प्रक्रिया एक संघटित सीरीज़ का हिस्सा है जिसमें कई कारकों का एक समृद्धि से संबंध हो सकता है। बाल काले होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें जीनेटिक अंश, आयु, तंतु कणिकाएं, स्वास्थ्य समस्याएं, और वातावरणीय कारक शामिल हो सकते हैं। 1. जीनेटिक अंश: बालों का रंग जीनेटिक अंशों पर भी निर्भर कर सकता है। जीनों में बदलाव बालों के मेलेनिन उत्पत्ति में संबंधित हो सकते हैं और काले बालों की प्रेरणा हो सकती है। 2. आयु: आयुगत प्रक्रियाएं भी बालों के रंग को प्रभावित कर सकती हैं। वयस्क होने के साथ, मेलेनिन की उत्पत्ति कम हो सकती है और इससे बाल सफेद होना शुरू हो सकता है। 3. तंतु कणिकाएं: तंतु कणिकाएं भी काले होने में एक भूमिका निभा सकती हैं। शिरा की

आखों के सामने नही आयेगा धुंधला पन। जानिए पावरफुल प्रो टिप्स

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क्या आपके भी आखों मे धुंलापन आता है? *जानिए प्रो टिप्स आखों में कभी नहीं आयेगा धुंधलापन:- आँखों के सामने धुंधलापन कई कारणों से हो सकता है, जैसे कि तनाव, अत्यधिक कंप्यूटर इस्तेमाल, कमजोर आँख मस्तिष्क की समस्याएँ या यातायात के दौरान लंबा समय तक एक जगह बैठे रहना। यहां कुछ प्रो टिप्स हैं जो आपकी आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं: 1.नियमित आँख व्यायाम: नियमित रूप से आँख व्यायाम करना आँखों की मांसपेशियों को मजबूती प्रदान कर सकता है। इसमें आँखें घुमाना, लम्बे समय तक एक जगह देखना और आँखों को घेरकर घुमाना शामिल हो सकता है। 2.सही आहार: विटामिन ए, सी, और ई का सही स्तर परकर आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। खासकर, खुबानी, गाजर, स्पिनेच, और मछली जैसे आहार को शामिल करें। 3.पूर्व-दृष्टि विचार: लंबे समय तक कंप्यूटर इस्तेमाल करने के बाद, आँखों को आराम देने के लिए हर 20 मिनट में एक बार 20-20-20 का नियम अपनाएं - हर 20 मिनट में 20 सेकंड के लिए दूर की ओर देखें। 4.अच्छी नींद: पर्याप्त नींद लेना आँखों के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। सुनिश्चित करें कि आप रात में 7-8 घंटे

शरीर का खून बढ़ाकर स्वस्थ रहे । जानिए पावरफुल टिप्स

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  अपने शरीर का रक्त खून बढ़ाकर शरीर को स्वस्थ और सेहत में तंदुरुस्ती लाए। खून बढ़ाने की टिप्स :- शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत आवश्यक है। यदि आपको लगता है कि आपका खून कम है या आपको अनीमिया है, तो यह कुछ उपाय हैं जो आपको इस समस्या का सामना करने में मदद कर सकते हैं। 1.आहार में इसपर ध्यान दें: खून की कमी को दूर करने के लिए, आपको ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जिसमें फॉलोइट, विटामिन B12, आयरन, फोलेट जैसे पोषक तत्व मौजूद हों। सब्जियां, फल, दल, मीट, डेयरी उत्पाद आपके आहार में शामिल किए जा सकते हैं। 2.पानी पीएं: पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी खून की सामग्री को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है, क्योंकि पानी रक्त प्लाज्मा का महत्वपूर्ण हिस्सा है। 3.अदरक का सेवन: अदरक में एंटीऑक्सीडेंट्स और आयरन होता है, जो खून की मात्रा को बढ़ा सकता है। 4.बीटरूट का रस: बीटरूट में नाइट्रेट होता है, जो खून की दर में सुधार कर सकता है और रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। 5.योग और प्राणायाम: नियमित योग और प्राणायाम का अभ्यास करना शरीर की संरचना को स

शरीर में क्यों होती है रक्त (खून) की कमी? जानिए

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  शरीर में अक्सर क्यू होती है खून की कमी ? खून के कमी का कारण:- शरीर में खून की कमी होने के कई कारण हो सकते हैं, और यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर समस्या बन सकती है। इस विषय पर विस्तार से जानकारी प्रदान करने के लिए हमें कई पहलुओं को विचार करना होगा। 1. आहार की कमी: खून में हमारे शरीर को पोषित करने के लिए जरुरी तत्व होते हैं, जो हम आहार के माध्यम से प्राप्त करते हैं। यदि आपका आहार सही प्रकार से नहीं है और आपको आवश्यक पोषण नहीं मिलता, तो आपमें खून की कमी हो सकती है। विशेषकर, फोलेट, विटामिन बी12, और आयरन इसके लिए महत्वपूर्ण होते हैं। 2. इरोन की कमी: इरोन एक महत्वपूर्ण धातु है जो हमारे खून की कणिकाओं को लाल रंग देने में मदद करता है। इरोन की कमी से आपमें एनीमिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे शरीर की ऊर्जा स्तर में कमी हो सकती है और थकान महसूस हो सकती है। 3. रक्तहर्णियों की समस्या: कभी-कभी शरीर में रक्तहर्णियों की समस्या हो सकती है, जिससे खून का सही प्रवाह नहीं हो पाता है और खून की कमी हो सकती है। इसमें वरिकोस वेन्स, हार्ट की समस्याएं, और अन्य रक्तहर्णियों की समस्याएं शामिल हो सकती हैं। 4. खून

कभी नही होगा कैंसर। जानिए फायदेमंद टिप्स

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कैंसर जैसी बीमारी नही होगी कभी। इन टिप्स को फॉलो करो तो कभी न होगा कैंसर:- कैंसर से बचाव के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाना महत्वपूर्ण है। यहाँ कुछ टिप्स हैं जो आपको कैंसर से दूर रखने में मदद कर सकती हैं: १.पूरे अनाज और फलों का सेवन: अनाज और फलों में विटामिन, खनिज तत्व, और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो कैंसर से बचाव में मदद कर सकते हैं। २.नियमित व्यायाम: नियमित व्यायाम करना शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है और कैंसर के खतरे को कम कर सकता है। ३.तंबाकू निषेध: सिगरेट, गुटखा, और अन्य तंबाकू उत्पादों का सेवन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है, इसलिए इससे दूर रहना चाहिए। ४.मातृ और शिशु स्वास्थ्य का ध्यान रखें: गर्भवती महिलाएं और नवजात शिशुओं के लिए सही पोषण और देखभाल महत्वपूर्ण है। ५.अधिक पानी पीना: अच्छे हाइड्रेशन से शरीर के अंदर की विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद होती है और कैंसर के खतरे को कम कर सकती है। ६.स्वस्थ वजन बनाए रखें: अत्यधिक वजन बढ़ा सकता है कैंसर के खतरे को, इसलिए स्वस्थ वजन बनाए रखना महत्वपूर्ण है। ७.नियमित चेकअप: नियमित चेकअप और स्क्रीनिंग टेस्ट्स से कैंसर को शुरुआती स्

कैंसर के उपचार। जानिए

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कैंसर के उपचार कैंसर से बचने के लिए उपचार:- कैंसर का इलाज एक व्यापक और जटिल क्षेत्र है, जिसमें विभिन्न प्रकार के कैंसर और उनके चिकित्सा समाधानों को समझना और इस पर विचार करना आवश्यक है। कैंसर के इलाज में सबसे महत्वपूर्ण पहलू में डायग्नोस्टिक प्रक्रियाएं शामिल हैं, जो रोग के प्रकार, स्थान, और पूर्वाग्रह की स्थिति का मूल्यांकन करने में मदद करती हैं। कैंसर के उपचार का सबसे सामान्य तरीका है कीमोथेरेपी, जिसमें शरीर को कैंसर को शांत करने या कम करने के लिए औषधियों का सेवन किया जाता है। इसके अलावा, रेडिओथेरेपी भी एक प्रमुख इलाज है जिसमें ऊतकों को उच्च-तापमान रेडियेशन के साथ इलाज किया जाता है। सर्जरी, जिसमें कैंसर को बाहर निकालने के लिए अंगुलियों, विचारों, या अन्य साधनों का उपयोग किया जाता है, भी एक आम इलाज पथ है। आधुनिक चिकित्सा में, तकनीकी उन्नति ने नए इलाज के द्वारा कैंसर के साथ लड़ने के लिए रास्ते खोले हैं। तकनीकी उन्नतियों में शामिल हैं प्रतिभाशाली और आधुनिक कैंसर इलाज के लिए नए औषधियां और तकनीकें। इनमें से कुछ कैंसर को लकड़ी के सूखे से उत्पन्न होने वाले विशेष नैनो-औषधियों का उपयोग करते हैं

कैंसर क्यों होता है? जानिए

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  कैंसर क्यों उत्तपन्न होते? *कैंसर क्यों होता है:- कैंसर एक जटिल और बहुक्रियाशील रोग है जिसका कारण अनेक कारकों से हो सकता है। कैंसर के विकास का प्रमुख कारण अभिविकासित सेलों की अनियमित विभाजन और अनियमित सेल विकास हो सकता है। यहां कुछ मुख्य कारकों की चर्चा की जाएगी जो कैंसर के उत्पन्न होने में भूमिका निभा सकते हैं। 1. उम्र: ज्यादातर, वृद्धि के साथ उम्र के बढ़ने के साथ कैंसर के विकास का खतरा बढ़ता है। 2. धुम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन: तंतू जैसे विषैले पदार्थों के संपर्क में रहने या धूम्रपान और नशीले पदार्थों का सेवन करने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। 3. वायरस और इन्फेक्शन: कुछ वायरस और इन्फेक्शनें कैंसर के विकास में हो सकती हैं, जैसे कि हेपेटाइटिस बी और सी वायरस, जो लिवर कैंसर का कारण बन सकते हैं। 4. आनुवांछिक रूप से गुदा निकलने वाले कारकों का संपर्क: विभिन्न कारकों से उत्पन्न होने वाले केमिकल्स और आनुवांछिक रूप से गुदा निकलने वाले कारकों के संपर्क का खतरा हो सकता है। 5. आहार का प्रभाव: अशुद्ध आहार, अल्कोहल, और अधिक मात्रा में लिंगानुसार वस्त्राग्रहण भी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है

हार्ट को स्वस्थ रखने का तरीका।आइए और जानिए

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  हार्ट को स्वस्थ कैसे रखे? हार्ट को स्वस्थ रखने का तरीका:- हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए सही जीवनशैली अत्यंत महत्वपूर्ण है। स्वस्थ आहार, नियमित व्यायाम, और धूम्रपान और शराब की सीमित सेवन से हार्ट के संबंध में कई समस्याएं कम हो सकती हैं। सबसे पहले, उचित मात्रा में फल, सब्जियाँ, अनाज, और हेल्दी तेलों का सेवन करें। नियमित तौर पर अभ्यास करना भी हार्ट को मजबूत रखने में मदद करता है, यह मोटापा और उच्च रक्तचाप को नियंत्रित रखने में सहारा प्रदान कर सकता है। साथ ही, तनाव को कम करने के लिए योग और मेडिटेशन का अभ्यास करना भी हार्ट के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। हार्ट के स्वास्थ्य का ध्यान रखने वाले व्यक्ति कई तरह की समृद्धि और ऊर्जा के साथ जीवन जी सकते हैं। हार्ट को स्वस्थ रखने के लिए योग्य जीवनशैली का पालन करना हमारे सामान्य स्वास्थ्य और विशेषकर हार्ट के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस प्रमुख गुरुत्वाकर्षण अंग को सुरक्षित और सुचारु रूप से बनाए रखने के लिए, हमें आहार, व्यायाम, मानसिक स्वास्थ्य, और नियमित चेकअप की महत्वपूर्णता को समझना चाहिए। 1. स्वस्थ आहार  हार्ट के लिए स्वस्थ आहार का सही सेवन करना अ

हार्ट अटैक के घरेलू उपचार। आइए और जानिए।

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  हार्ट अटैक हुआ तो तुरंत क्या करे । हार्ट अटैक हुआ तो घर से हॉस्पिटल जाने के बीच ऐसा क्या करे जिससे मरीज तब तब बच सके :- *हार्ट अटैक जैसे होता है तू मरीज को बचाने का तरीका यह है कि सबसे पहले मरीज को लासून खिलाए फिर मरीज के तलवे की मालिश करे और फिर मरीज के छाती पे पंपिंग करे जिससे ब्लड रोलिंग चालू हो जाएंगी और उस बीच डॉक्टर से संपर्क करे। *पंपिंग देने का तरीका :- सबसे पहले अपने दोनो हाथ को एक दूसरे के उप्पर रखिए फिर वो हाथ मरीज के छाती पे रखिए और जोर से पंप कीजिए ये सब आपको करीबन १५ मिनट तक करना है और ध्यान रखना है की एक मिनट में ७० बार पंपिंग होने चाहिएं इससे मरीज की हार्ट बीट और ब्लड रोलिंग में आजायेंगी । *उपचार के तरीका। हार्ट अटैक का उपचार चिकित्सा देखभाल को शामिल कर सकता है, जो निम्नलिखित को समाहित कर सकता है: दर्द की दवा: चिकित्सक आपको दर्द कम करने के लिए दवाएं प्रदान कर सकते हैं, जैसे कि नाइट्रेट्स और एंजायम इंहिबिटर्स। थेरेप्यूटिक प्रोसेज्यों: ये उपाय हैं जो आपके हृदय के लाभ के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं, जैसे कि ब्लड थिनर्स और बीटा-ब्लॉकर्स। कार्डिएक रहाबिलिटेशन: इसमें एक निर

Heart Attack kyu hota hai? Janiye.

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  Heart attack kaise hota hai? (This article was important for all youngsters and others.) *Why Are Heart Attack Occur:- 1.कोरोनरी धमनी रोग (सीएडी): दिल का दौरा अक्सर कोरोनरी धमनी रोग के कारण होता है, जहां हृदय की मांसपेशियों को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियां कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों के निर्माण के कारण संकीर्ण हो जाती हैं। 2.प्लाक टूटना: संकुचित धमनियों के भीतर, एक प्लाक (वसायुक्त जमाव) टूट सकता है या खुल सकता है। यह घटना धमनी की आंतरिक परत को उजागर करती है। 3.रक्त के थक्के का निर्माण: जब प्लाक टूट जाता है, तो यह टूटने के स्थान पर रक्त के थक्के के गठन को ट्रिगर करता है। यह थक्का कोरोनरी धमनी के माध्यम से रक्त प्रवाह को आंशिक या पूरी तरह से अवरुद्ध कर सकता है। 4.रक्त प्रवाह में कमी: रक्त का थक्का हृदय की मांसपेशियों के एक हिस्से में रक्त के प्रवाह को प्रतिबंधित करता है। पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन के बिना, हृदय का वह हिस्सा क्षतिग्रस्त होने लगता है। 5.इस्केमिया: रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन की कमी से इस्केमिया होता है, जिससे सीने में दर्द या बेचैनी होती है। इसे अक्सर एनजाइना कहा जाता है।